आषाढ़ माह 2018 – Ashadh mah Vrat Katha Amavasya
आषाढ़ वर्षा ऋतु के आरंभ का माह माना जाता है। यह हिंदू पंचाग के अनुसार वर्ष का चौथा मास भी होता है। ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली भयंकर गर्मी से राहत मिलने के आसार आषाढ़ माह में ही नज़र आते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अक्सर जून या जुलाई माह में आषाढ़ का महीना पड़ता है। साल 2018 में आषाढ़ मास 29 जून से आरंभ होगा व 27 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा। आइये जानते हैं आषाढ़ माह के महत्व व इसके व्रत व त्यौहारों के बारे में।
आषाढ़ माह का महत्व
हिंदू वर्ष के चौथे महीने नाम आषाढ़ है यह मास ज्येष्ठ व सावन मास के बीच आता है। इस माह से ही वर्षा ऋतु का आगमन भी होता है। हिंदू पंचांग में सभी महीनों के नाम नक्षत्रों पर आधारित हैं। मास की पूर्णिमा को चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है उस महीने का नाम उसी नक्षत्र के नाम पर रखा गया है। आषाढ़ नाम भी पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्रों पर आधारित हैं। आषाढ़ माह की पूर्णिमा को चंद्रमा इन्हीं नक्षत्रों में रहता है जिस कारण इस महीने का नाम आषाढ़ पड़ा है। संयोगवश यदि पूर्णिमा के दिन उत्ताराषाढ़ा नक्षत्र हो तो यह बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है। इस संयोग में दस विश्वदेवों की पूजा की जाती है। इसी माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली जाती है।
आषाढ़ माह के व्रत व त्यौहार – Festival & Vrat in Ashadh 2018
योगिनी एकादशी – Yogini Ekadashi
आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है यह तिथि बहुत ही शुभ मानी जाती है। एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार यह योगिनी एकादशी 9 जुलाई को है।
आषाढ़ अमावस्या – Ashadh Amavasya 2018
अमावस्या तिथि बहुत ही पवित्र मानी जाती है विशेष कर स्नान, दान-पुण्य, पितृ कर्म आदि के लिये तो बहुत ही पुण्य फलदायी मानी जाती है। आषाढ़ मास की अमावस्या अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 13 जुलाई को शुक्रवार के दिन है। शनिवार के दिन आने वाली अमावस्या शनि अमावस्या के रूप में भी जानी जाती है। इसलिये यह दिन बहुत ही सौभाग्यशाली है। कालसर्प दोष एवं शनि संबंधी दोषों के निवारण शनि अमावस्या को किये जा सकते हैं।
गुप्त नवरात्रि – Gupt Navratri 2018
प्रत्येक वर्ष में चार नवरात्रि होते हैं। वर्ष की पहली नवरात्रि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में आरंभ होती है जिन्हें वासंती नवरात्र भी कहते हैं वहीं बड़े स्तर पर शारदीय नवरात्र मनाये जाते हैं जो कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष से आरंभ होते हैं। लेकिन चैत्र के पश्चात आषाढ़ व आश्विन माह के बाद माघ माह में भी शुक्ल पक्ष से नवरात्रि शुरु होते हैं लेकिन इन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है। आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्र 13 जुलाई से शुरु होंगे।
जगन्नाथ यात्रा – Jaggnath Yatra 2018
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया से भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जाती है। इसमें भगवान श्री कृष्ण, माता सुभद्रा व बलराम का पुष्य नक्षत्र में रथोत्सव निकाला जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष जगन्नाथ यात्रा यह तिथि 13 जुलाई को निकाली जायेगी।
देवशयनी एकादशी – Devshayni Ekadashi 2018
देवशयनी एकादशी बहुत ही खास एकादशी होती है। यहां से धर्म-कर्म का दौर शुरु हो जाता है और सभी मांगलिक कार्यक्रमों पर विराम लग जाता है। दरअसल भगवान विष्णु इस दिन से चतुर्मास के लिये सो जाते हैं और देवउठनी एकादशी को ही जागते हैं। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी कही जाती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह तिथि 23 जुलाई को है।
यह भी जरूर पढ़े – जानिए क्यों नहीं करते है शुभ कार्य देवशयनी एकादशी के बाद
आषाढ़ पूर्णिमा – Ashadh Purnima 2018
आषाढ़ पूर्णिमा का दिन बहुत ही खास होता है। इस दिन को गुरु पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा आदि के रूप में भी मनाया जाता है। आषाढ़ पूर्णिमा अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 27 जुलाई को है।
https://ift.tt/2DA3uB5 http://bit.ly/2pnaflz Bhaktisanskar.com – भक्ति और अध्यात्म का संगम आषाढ़ माह 2018 – जानें आषाढ़ माह के व्रत व त्यौहार
No comments:
Post a Comment